सशक्त नारी, सतर्क समाज! NSPCL के प्रयास से ग्रामीण महिलाओं में जगी 'जागरूकता' की अलख
भ्रष्टाचार मुक्त भारत की ओर बढ़ा कदम: सोमनी और मोरिद में महिलाओं ने ली ईमानदारी और सतर्कता की शपथ
(सोमनी / मोरिद) – राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम-सेल पावर कंपनी लिमिटेड (NSPCL) के ‘निवारक सतर्कता पर त्रैमासिक अभियान’ के तहत हाल ही में दो महत्वपूर्ण गाँवों—सोमनी और मोरिद—में ग्रामीण महिलाओं के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया गया।
यह पहल ‘संकल्प एक प्रयास’ के ‘गरिमा प्रोजेक्ट’ के अंतर्गत ‘गरिमा मंच’ पर आयोजित की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और डिजिटल रूप से सशक्त और सतर्क बनाना है।
ईमानदारी और सतर्कता की प्रेरणा
कार्यक्रम के दौरान, विशेषज्ञों ने ग्रामीण महिलाओं को उन क्षेत्रों के बारे में विस्तार से बताया जहाँ उन्हें विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है। मुख्य बिंदुओं पर जोर दिया गया: ईमानदारी से कार्य: महिलाओं को अपने दैनिक जीवन और कार्यों में पूर्ण ईमानदारी बनाए रखने के लिए प्रेरित किया गया। यह संदेश दिया गया कि एक छोटा सा ईमानदारी कदम भी समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज़: उन्हें यह सिखाया गया कि भ्रष्टाचार को किसी भी स्तर पर सहन न करें और इसके खिलाफ निडर होकर आवाज उठाएँ। मंच ने महिलाओं को बताया कि वे केवल मूक दर्शक नहीं, बल्कि परिवर्तन की सबसे बड़ी शक्ति हैं। साइबर सुरक्षा: वर्तमान डिजिटल युग में, महिलाओं को विशेष रूप से साइबर अपराधों जैसे – ऑनलाइन धोखाधड़ी, फिशिंग, और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के खतरों से आगाह किया गया। उन्हें डिजिटल लेनदेन और सोशल मीडिया का उपयोग करते समय अत्यधिक सतर्क रहने के टिप्स दिए गए।
श्रोताओं को संदेश: आप समाज की आधारशिला हैं!
आयोजन में मौजूद वक्ताओं ने महिलाओं से कहा, “आप हमारे समाज की आधारशिला हैं। आपका जागरूक और सतर्क होना न केवल आपके परिवार, बल्कि पूरे गाँव और देश के भविष्य को सुरक्षित करता है। ईमानदारी आपका सबसे बड़ा हथियार है और सतर्कता आपकी सबसे बड़ी ढाल। आप हर अन्याय और अपराध के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं।”
“सतर्कता केवल नियम नहीं है, यह एक जिम्मेदारी है। यह पहल ग्रामीण भारत में महिलाओं को सशक्त बनाने की NSPCL की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
कार्यक्रम का समापन एक सामूहिक संकल्प के साथ हुआ, जहाँ सभी महिलाओं ने ईमानदारी के मार्ग पर चलने, भ्रष्टाचार का विरोध करने और हर प्रकार की धोखाधड़ी से स्वयं और अपने समुदाय को बचाने का प्रण लिया।
यह कार्यक्रम यह दर्शाता है कि जब महिलाएं जागरूक होती हैं, तो एक सशक्त, सुरक्षित और भ्रष्टाचार-मुक्त समाज का निर्माण संभव हो जाता है।










